भारत के अलग-अलग राज्यों से करोड़ों लोगों ने सहारा इंडिया में अपनी मेहनत की कमाई निवेश की थी। लंबे समय तक पैसे अटके रहने के बाद अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर निवेशकों को उनकी राशि वापस मिल रही है। जिन निवेशकों ने पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन और दस्तावेज़ों का वेरिफिकेशन सही तरीके से पूरा किया है, उन्हें रिफंड की रकम मिल रही है।
निवेशकों को कैसे मिल रहा है पैसा
कई निवेशक अब तक अपना पैसा प्राप्त कर चुके हैं और बड़ी संख्या में लोग आवेदन कर रहे हैं। सरकार ने इस प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए अलग-अलग अधिकारियों की नियुक्ति की है। अब तक कई निवेशकों को ₹10,000 से ₹50,000 तक की राशि वापस मिली है जबकि कुछ को इससे अधिक रकम भी दी गई है।
सरकार का आधिकारिक पोर्टल
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद केंद्र सरकार ने सहारा इंडिया रिफंड के लिए आधिकारिक पोर्टल शुरू किया। इसी पोर्टल के जरिए रजिस्ट्रेशन और राशि वापस करने की प्रक्रिया चल रही है। 18 जुलाई 2023 को गृहमंत्री अमित शाह ने इस पोर्टल को लॉन्च किया था और तभी से निवेशकों को धीरे-धीरे रिफंड मिलना शुरू हुआ है।
कौन कर सकता है आवेदन
रिफंड का लाभ वही लोग उठा सकते हैं जिन्होंने सहारा इंडिया की सहकारी समितियों में निवेश किया हो। उनके पास आधार कार्ड, बैंक खाता पासबुक और ₹50,000 से ज्यादा राशि होने पर पैन कार्ड होना जरूरी है। जमा खाता संख्या और सदस्यता संख्या भी फॉर्म भरते समय देनी होगी।
अगर फॉर्म रिजेक्ट हो जाए तो क्या करें
कुछ निवेशकों की शिकायत है कि रजिस्ट्रेशन करने के बावजूद उन्हें पैसा नहीं मिला। ऐसे लोगों को सलाह दी जाती है कि वे पोर्टल पर लॉगिन करके अपना स्टेटस चेक करें। अगर फॉर्म रिजेक्ट हो गया है तो उसे दोबारा से रि-सबमिट करें। लेकिन यदि रिजेक्शन नहीं हुआ है तो कुछ समय इंतजार करने के बाद राशि बैंक खाते में जमा हो जाएगी।
आवेदन करने की आसान प्रक्रिया
रजिस्ट्रेशन करने के लिए निवेशक आधिकारिक पोर्टल पर जाकर “डिपॉजिटर रजिस्ट्रेशन” विकल्प चुनें। इसके बाद आधार नंबर और मोबाइल नंबर दर्ज करें, कैप्चा भरें और ओटीपी वेरिफाई करें। फिर जरूरी जानकारी के साथ सभी दस्तावेज़ अपलोड कर फॉर्म सबमिट करना होगा।